Mesopotamian Civilization: जब हम मानव इतिहास की शुरुआत की बात करते हैं, तो कुछ स्थान विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण बन जाते हैं। ऐसा ही एक क्षेत्र है – मेसोपोटामिया। यह वह भूमि थी जहाँ मानव ने पहली बार संगठित जीवन, कृषि, लेखन, शहरीकरण और कानून की अवधारणाओं को अपनाया। यही कारण है कि मेसोपोटामिया को “सभ्यताओं की जननी” कहा जाता है।
मेसोपोटामिया: नाम और भूगोल
मेसोपोटामिया शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा से हुई है, जिसका अर्थ होता है – “दो नदियों के बीच की भूमि”। यह क्षेत्र टिगरिस और यूफ्रेटीस नदियों के बीच स्थित था, जो आज के आधुनिक इराक, दक्षिण-पश्चिम ईरान, और उत्तर-पूर्व सीरिया का भाग है। यह क्षेत्र उपजाऊ होने के कारण “उपजाऊ अर्धचंद्र (Fertile Crescent)” का हिस्सा था। यहीं से कृषि और स्थायी बस्तियों का आरंभ हुआ।

सभ्यताओं का विकास
मेसोपोटामिया में कई प्रमुख सभ्यताओं ने जन्म लिया। इनका कालक्रम कुछ इस प्रकार है:
1. सुमेरियन सभ्यता (लगभग 3500 ई.पू. – 2000 ई.पू.)
- सुमेरियन लोग इस क्षेत्र की पहली ज्ञात सभ्यता थे।
- उन्होंने शहर-राज्य (City-States) जैसे उर, उरुक, और लार्सा की स्थापना की।
- राजा गिलगमेश और उनका महाकाव्य इसी युग की देन है।
- लेखन का आरंभ यहीं हुआ – क्यूनिफॉर्म लिपि (Cuneiform script)
- ज़िगुरात नामक मंदिर पिरामिड जैसी संरचनाएँ यहीं बनीं।
2. अक्कादियन साम्राज्य (लगभग 2334 ई.पू. – 2154 ई.पू.)
- सरगन महान (Sargon the Great) ने पहला साम्राज्य स्थापित किया जो पूरे मेसोपोटामिया तक फैला।
- सुमेरियन और अक्कादियन संस्कृतियों का मिश्रण हुआ।
- राजधानी – अक्काद।
3. बाबिलोनियन साम्राज्य (लगभग 1894 ई.पू. – 539 ई.पू.)
- हम्मूराबी का शासनकाल प्रसिद्ध है – जिनके कानून संहिता को विश्व की पहली लिखित कानून व्यवस्था माना जाता है।
- बाबिलोन एक महान नगर था, जहाँ से खगोल विद्या, गणित और साहित्य फला-फूला।
4. अश्शूरियन साम्राज्य (लगभग 2500 ई.पू. – 609 ई.पू.)
- ये उत्तरी मेसोपोटामिया के योद्धा लोग थे।
- निनवेह इनकी राजधानी थी, जहाँ एक विशाल पुस्तकालय (Library of Ashurbanipal) मिला।
- अश्शूरियन साम्राज्य ने युद्धकला, प्रशासन और निर्माण में अपूर्व उन्नति की।
प्रमुख उपलब्धियाँ
1. लेखन प्रणाली – क्यूनिफॉर्म
- मिट्टी की तख्तियों पर नुकीले औज़ार से चिन्ह बनाए जाते थे।
- व्यापार, कर(Tax) धार्मिक ग्रंथ, ऐतिहासिक दस्तावेज आदि का लेखा-जोखा इसी से होता था।
2. कृषि और सिंचाई
- टिगरिस और यूफ्रेटीस की बाढ़ को नियंत्रित कर सिंचाई के लिए नहरें बनाई गईं।
- अनाज, खजूर, जौ, गेहूँ की खेती होती थी।
3. गणित और खगोल शास्त्र
- 60 के आधार पर गणना प्रणाली (sexagesimal system) विकसित की गई।
- समय की गणना – 60 सेकंड = 1 मिनट, 60 मिनट = 1 घंटा।
- ग्रहों की गति, ग्रहण की भविष्यवाणी और पंचांग निर्माण हुआ।
4. वास्तुकला
- ईंटों से बनी विशाल इमारतें, ज़िगुरात, महल, द्वार।
- प्रसिद्ध ईश्तर गेट (Ishtar Gate) बाबिलोन की शोभा थी।
5. धर्म और देवी-देवता
- मेसोपोटामियन बहुदेववादी थे।
- प्रमुख देवता – एनकी (जल के देवता), इनाना/ईश्तर (प्रेम और युद्ध की देवी), मर्दुक, शमाश (सूर्य देवता) आदि।
- धर्म, राजनीति और प्रशासन एक-दूसरे से जुड़े हुए थे।
हम्मूराबी की संहिता – पहली कानून व्यवस्था
- राजा हम्मूराबी ने न्याय, कर(Tax), संपत्ति, विवाह, अपराध आदि के लिए 282 नियमों की सूची बनाई।
- “आंख के बदले आंख” (Eye for an Eye) जैसी सजा प्रणाली थी।
- यह संहिता बताती है कि समाज में वर्गभेद, अधिकार और उत्तरदायित्व कितनी गहराई से जुड़े थे।
समाज व्यवस्था
- समाज राजा, पुजारी, व्यापारियों, कारीगरों, किसानों और दासों में बंटा था।
- महिलाओं को कई क्षेत्रों में अधिकार प्राप्त थे, लेकिन वे पुरूषों से कमतर मानी जाती थीं।
- शिक्षा प्राप्त करने वाले मुख्यतः पुजारी वर्ग या शासक वर्ग के लोग होते थे।
युद्ध और साम्राज्यों का पतन
- बार-बार हमले, प्राकृतिक आपदाएँ और आंतरिक विद्रोह के कारण साम्राज्य कमजोर होते गए।
- 539 ई.पू. में फारसियों (Persians) ने बाबिलोन पर अधिकार कर लिया।
- इसके बाद धीरे-धीरे मेसोपोटामिया का राजनीतिक और सांस्कृतिक महत्व कम होता गया।
पुरातात्विक खोजें
19वीं और 20वीं सदी में की गई खुदाइयों से मेसोपोटामिया का गौरवशाली इतिहास सामने आया:
- उर, निनवेह, और बाबिलोन के खंडहर।
- क्यूनिफॉर्म तख्तियाँ और हम्मूराबी की संहिता।
- निनवेह का पुस्तकालय – जिसमें हजारों तख्तियाँ मिलीं।
आधुनिक महत्त्व
- मेसोपोटामिया की सभ्यता ने आधुनिक मानव सभ्यता की नींव रखी – कानून, लेखन, शिक्षा, प्रशासन, विज्ञान और शहरीकरण जैसे क्षेत्रों में।
- यह एक स्मरण है कि कैसे एक उपजाऊ ज़मीन, मेहनती जन और रचनात्मक सोच मिलकर इतिहास की सबसे पहली महान सभ्यता बना सकते हैं।
UNESCO World Heritage Sites (Iraq) में शामिल मेसोपोटामियाई स्थल:
Babylon (बाबिलोन)
- UNESCO में शामिल: 2019 में
- स्थान: इराक, हिल्ला शहर के पास
- महत्त्व: राजा हम्मूराबी, नवूचदनेस्सर द्वितीय का साम्राज्य, ईश्तर गेट, हैंगिंग गार्डन का स्थान
UNESCO World Heritage Sites (Iraq)
https://whc.unesco.org/en/list/278/
निष्कर्ष
मेसोपोटामिया केवल इतिहास की एक गाथा नहीं है, बल्कि यह मानव सभ्यता की चेतना का आरंभिक स्वरूप है। वहाँ के लोगों ने जो बीज बोए – लेखन, कानून, विज्ञान और समाज – वे आज भी हमारी दुनिया की बुनियाद हैं। यदि हम अपने अतीत को जानना चाहते हैं, तो हमें मेसोपोटामिया को समझना ही होगा, क्योंकि वहीं से हमारी सभ्यता की कहानी शुरू होती है।
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